कीर्ति आजाद कॉंग्रेस में शामिल होते ही विवादित बयान के घेरे में आ गये ऐसा बयान उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए दिया हो लेकिन जोश ही जोश में उन्होंने ऐसा कुछ कह दिया जो कि उनको विपक्षी पार्टियों के कठघरे में लाने के लिए काफी है , उनके कॉंग्रेस में शामिल होने के जवाब में उन्होंने कहा कि वो खांटी कॉंग्रेसी है उन्होंने इस पर यह भी कहा कि 26 साल पहले वो गुमराह हो गए थे उन्होंने कहा कि उनके खून में कॉंग्रेस है उनका बहुत पुराना नाता रहा है कॉंग्रेस से ।
उन्होंने गर्मजोशी दिखाते हुए अपने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए कहा कि आपलोगों मेरे पिताजी के लिए भी बूथ पर कब्जा करते थे और 1999 में हमारे लिए भी किया था , उन्होंने कहा कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए उनके कार्यकर्ताओं ने बूथ लुटा था , उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता के समय भी जब वॉलेट पेपर से जब चुनाव होता था तो उन्होंने साथ मिलकर कई बार बूथ लुटे हैं ।
आपको बताते चले कि 18 फरबरी को कीर्ति आजाद ने बीजेपी छोड़ कॉंग्रेस पार्टी जॉइन कर लिया और दरभंगा के लहेरियासराय के बलभद्रपुर में कॉंग्रेस कार्यालय पर कॉंग्रेस में शामिल होने के लिए कीर्ति आज़ाद के अभिनदंन के लिए बना मंच टूट गया जिससे सभी नेता जमीन पर आ गिरे और नीचे लोट पोट हो गए मंच पर बड़े नेता के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे जिनमें कीर्ति आजाद और उनकी पत्नी और साथ मे थे कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा और भी नेतागण मौजूद थे भगवान का शुक्र रहा कि किसी को भी चोट ना लगी ।
उन्होंने गर्मजोशी दिखाते हुए अपने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए कहा कि आपलोगों मेरे पिताजी के लिए भी बूथ पर कब्जा करते थे और 1999 में हमारे लिए भी किया था , उन्होंने कहा कि 1999 के लोकसभा चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए उनके कार्यकर्ताओं ने बूथ लुटा था , उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता के समय भी जब वॉलेट पेपर से जब चुनाव होता था तो उन्होंने साथ मिलकर कई बार बूथ लुटे हैं ।
आपको बताते चले कि 18 फरबरी को कीर्ति आजाद ने बीजेपी छोड़ कॉंग्रेस पार्टी जॉइन कर लिया और दरभंगा के लहेरियासराय के बलभद्रपुर में कॉंग्रेस कार्यालय पर कॉंग्रेस में शामिल होने के लिए कीर्ति आज़ाद के अभिनदंन के लिए बना मंच टूट गया जिससे सभी नेता जमीन पर आ गिरे और नीचे लोट पोट हो गए मंच पर बड़े नेता के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद थे जिनमें कीर्ति आजाद और उनकी पत्नी और साथ मे थे कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा और भी नेतागण मौजूद थे भगवान का शुक्र रहा कि किसी को भी चोट ना लगी ।